हो सके तो रिश्ता दिल से बनाया कीजिये
मुस्कान दे सको अगर तभी आंशू दीजिये
जिंदगी से लड़ने कि हिम्मत हो गर सीने मैं
तो कुछ जरुरतमंदो से दुःख उधार लीजिये
दो दिन कि जिंदगी और उसमे भी रोना
बहते आंशू और बहती नाक मैं मुस्कुरा दीजिये
अच्छा कहाँ लगता है पलकों मैं पानी
अपने हो गया गैरो के मिटा दीजिये
आज है जिंदगी शायद कल न हो
दिल मैं शिकायतें न लीजिये
खुद भी मुस्कराइये जी भर के
सब चेहरों पर भी मुस्कान ला दीजिये
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